बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जाती है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जाती है। भारत ने दो बार, 2018 और 2021 में, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी ऑस्ट्रेलिया में जीती है, जिसमें इस खिलाड़ी की भूमिका थी, ऐसा ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेटर एलेक्सा हेली का मानना है।
एलेक्सा हेली का बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर बयान
ऑस्ट्रेलिया की महिला क्रिकेटर एलेक्सा हेली का मानना था कि भारत ने दो बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी ऑस्ट्रेलिया में जीती, उनमें भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा का खेलना बहुत अहम था।

एलेक्सा हेली ने पॉडकास्ट के माध्यम से कहा, “चेतेश्वर पुजारा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन दो सीरीज का एक बड़ा हिस्सा थे क्योंकि उन्होंने उस गेंदबाजी आक्रमण को नाकाम कर दिया और उन्हें थका दिया और उन्हें कड़ी मेहनत करवाई थी। मुझे लगता है कि मैच के अंत तक उन्होंने चेतेश्वर पुजारा को आउट करने की कोशिश करना बंद कर दिया और दूसरे छोर को आउट करने की कोशिश की थी क्योंकि उन्हें लगा था कि चेतेश्वर पुजारा को आउट करना बहुत मुश्किल हो गया था।”
चेतेश्वर पुजारा का बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2018 और 2021 में प्रदर्शन
चेतेश्वर पुजारा ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2018 और 2021 में 8 मैचों में 15 पारियों में 792 रन बनाए थे। इन दोनों सीरीज में चेतेश्वर पुजारा ने 52.80 की औसत से खेला था। एलेक्सा हेली के मतानुसार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में चेतेश्वर पुजारा ने अहम पारियां खेली थीं। इन दोनों बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में चेतेश्वर पुजारा ने तीन शतक बनाए थे। चेतेश्वर पुजारा ने 6 दिसंबर 2018 को एडिलेड क्रिकेट ग्राउंड में 123 रन, 16 दिसंबर 2018 को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में 106 रन और 3 जनवरी 2019 को 193 रन बनाए थे।
पुजारा का सॉलिड डिफेंस
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2018 और 2021 दोनों सीरीज मिलाकर चेतेश्वर पुजारा ने 2186 गेंदों का सामना किया था। चेतेश्वर पुजारा ने 6 बार 200 से ज्यादा गेंदें एक पारी में खेली थीं। जब भारतीय टीम ने द गाबा क्रिकेट स्टेडियम में ऐतिहासिक जीत हासिल की थी, तब चेतेश्वर पुजारा ने 211 गेंदों में 56 रन बनाए थे।