भारतीय टीम के कोच गौतम गंभीर फिलहाल द ओवल क्रिकेट स्टेडियम के ग्राउंड स्टाफ के साथ झगड़ते हुए नजर आ रहे हैं। गौतम गंभीर का स्वाभाविक स्वभाव ही ऐसा है कि जब कुछ लोग उन्हें कुछ कहते हैं, तो वह उनके साथ झगड़ा कर लेते हैं। तो चलिए देखते हैं कि गौतम गंभीर और ग्राउंड स्टाफ के बीच विवाद और उसकी वजह के बारे में।
गंभीर का द ओवल ग्राउंड स्टाफ के साथ विवाद
भारतीय टीम का इंग्लैंड के खिलाफ पांचवां टेस्ट मुकाबला द ओवल क्रिकेट स्टेडियम में होने वाला है। पांचवें टेस्ट से पहले भारतीय टीम प्रैक्टिस करने के लिए द ओवल क्रिकेट स्टेडियम में पहुंची थी, तब भारतीय टीम के कोच गौतम गंभीर का ओवल ग्राउंड के स्टाफ के साथ कुछ विवाद हुआ था।
Gautam Gambhir appeared visibly frustrated during a heated discussion with the Oval ground staff, gesturing toward the field. 👀#ENGvIND #GautamGambhir #TestCricket #Sportskeeda pic.twitter.com/0tuXfeYpbp
— Sportskeeda (@Sportskeeda) July 29, 2025
मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम में भारतीय टीम ने जब मैच ड्रॉ करवाया था, तब से दोनों टीमों के बीच मामला थोड़ा गंभीर हो गया था। यह मैच के बाद जब गौतम गंभीर प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंचे थे, तब भी न्यूज़ रिपोर्टरों ने गौतम गंभीर से बहुत सवाल पूछे थे। इस वातावरण का श्रेय इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स को जाता है। भारतीय टीम ने जब यह मुकाबला ड्रॉ कर दिया, तब बेन स्टोक्स हाथ मिलाने के लिए आए थे, तब से भारत और इंग्लैंड के बीच मामला गंभीर हो गया था।
दोनों टीमों के बीच विवाद होने की वजह
इंग्लैंड ने जब 669 रन बना लिए, तब उन्हें लगा कि यह मुकाबला हम जीत जाएंगे। भारतीय टीम जब इन रनों का पीछा करने उतरी थी, तब पहले ही ओवर में यशस्वी जयसवाल और साईं सुदर्शन शून्य के स्कोर पर आउट हो गए थे। लेकिन केएल राहुल और शुभमन गिल के बीच 417 गेंदों में 188 रन की साझेदारी की वजह से भारत की टीम मजबूत हो गई थी।

टेस्ट के अंतिम दिन जब रविंद्र जडेजा 89 रन और वाशिंगटन सुंदर 80 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे, तब बेन स्टोक्स ने मैच ड्रॉ के लिए हाथ मिलाने आए थे। लेकिन जडेजा ने हाथ नहीं मिलाया था और उन्होंने कहा था कि अभी मैच ड्रॉ नहीं करना है। उसके बाद जडेजा के जाने पर वाशिंगटन सुंदर ने अपना टेस्ट शतक पूरा किया था। जब इन दोनों बल्लेबाजों का शतक पूरा हुआ और मैच समाप्त हुई, तब बेन स्टोक्स हाथ मिलाने आए, तब बहुत उग्र स्वभाव में थे। कई महान क्रिकेटरों ने इस स्थिति पर टिप्पणियां की थीं।