टेस्ट क्रिकेट विश्व जगत में सबसे लोकप्रिय खेल है। यहां पर मैच हार और जीत के अलावा ड्रॉ का भी बहुत बड़ा महत्व है। कई बार जब टीम जीत नहीं पाती, तब वह ड्रॉ के बारे में सोचती है। तो चलिए देखते हैं कि भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में ड्रॉ मैच में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले बल्लेबाजों के बारे में।
सुनील गावस्कर

भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में ड्रॉ मैच में सबसे ज्यादा शतक लगाने का रिकॉर्ड सुनील गावस्कर के नाम है। सुनील गावस्कर ने टेस्ट क्रिकेट में ड्रॉ मैच में 22 शतक बनाए हैं। सुनील गावस्कर ने टेस्ट क्रिकेट में कुल 125 मैचों में से 67 मैच ड्रॉ हुए थे। इन 67 मैचों में 103 पारियों में सुनील गावस्कर ने 6039 रन बनाए हैं।
सचिन तेंदुलकर

सचिन तेंदुलकर ने भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में कुल 51 शतकों में से 20 शतक ड्रॉ मैच में बनाए हैं। सचिन तेंदुलकर ने अपने टेस्ट करियर में कुल 200 मैचों में 70 मैच ड्रॉ हुए थे। इन ड्रॉ हुए मैचों में सचिन तेंदुलकर ने 104 पारियों में 5887 रन बनाए हैं।
राहुल द्रविड़

टेस्ट क्रिकेट में जब मैच ड्रॉ करने की बात आती है, तब सभी भारतीय फैंस के मन में एक ही क्रिकेटर का नाम आता है, राहुल द्रविड़। राहुल द्रविड़ ने अपने टेस्ट करियर में कुल 17 शतक ड्रॉ मैच में बनाए हैं। राहुल द्रविड़ ने अपने टेस्ट करियर के 164 मैचों में 59 ड्रॉ मैचों में 5379 रन बनाए हैं।
मोहम्मद अजहरुद्दीन

भारत के लिए मोहम्मद अजहरुद्दीन ने टेस्ट क्रिकेट में 10 शतक ड्रॉ मैच में बनाए हैं। उन्होंने अपने टेस्ट करियर के कुल 99 मैचों में से 51 मैच ड्रॉ हुए हैं। उन 51 मैचों में मोहम्मद अजहरुद्दीन ने 2909 रन बनाए हैं।
वीरेंद्र सहवाग

भारतीय टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट में हार और जीत के बीच वीरेंद्र सहवाग खड़ा होता था। वीरेंद्र सहवाग ने टेस्ट क्रिकेट में ड्रॉ हुए मैचों में 10 शतक बनाए हैं। वीरेंद्र सहवाग ने अपने टेस्ट करियर में कुल 104 मैचों में से 34 मैच ड्रॉ हुए हैं। उन 34 मैचों में 56 पारियों में वीरेंद्र सहवाग ने 3164 रन बनाए हैं।
विराट कोहली

विराट कोहली ने टेस्ट करियर में ड्रॉ हुए मैचों में कुल 9 शतक बनाए हैं। विराट कोहली ने अपने टेस्ट करियर के 123 मैचों में केवल 22 मैच ड्रॉ हुए हैं। उन 22 मैचों में 30 पारियों में विराट कोहली ने 1941 रन बनाए थे। विराट कोहली ने अपने टेस्ट करियर में हर एक मैच में जितना ही पसंद था, चाहे उसको हार का सामना करना पड़े, लेकिन वह ड्रॉ के लिए नहीं खेलता था।